निदेशालय की प्रयोगशालायें जैसे- फिश न्यूट्रीशन, एन्वारन्मैन्टल फिश बायालोजी एण्ड न्यूट्रींट प्रोफाइलिंग, मोलिक्यूलर जैनेटिक्स, फिश हैल्थ मैनेजमेंट ( डाइग्नोस्टिक वायरोलौजी लैव्रोटरी एण्ड इाइग्नोस्टिक बैक्टिरियोलौजी लैबोरेट्री) आदि विभिन्न उपकरणों से सुसज्ज्ति हैं। शीतजल मात्स्यिकी में जी.आई.एस के प्रयोग तथा रिमोट सैंसिंग पर अनुसंधान के आयोजन हेतु एक जिओन्फौरमैटिक प्रयोगशाला की स्थापना की गयी है।ं इनके अतिरिक्त यहां पर एक वैट प्रयोगशाला की भी सुविधा है जिसमें शाीतजल की मछलियांे पर प्रयोगो व पोषण सम्बन्धी परीक्षणों के लिये जलप्रवाही ट्रफों की सुविधा प्रदान की गयी है। मछलियांे के लिये प्रतिदिन अवश्यकीय फीड मिल की जरूरतों को पूरा करने के लियें संस्थान के मुख्य परिसर मेें एक फीड मिल की भी स्थापना की गयी है।
शोध विस्तार खण्ड
विस्तार खण्ड संस्थान की विभिन्न विस्तार गतिविधियों जैसे-तकनीकी हस्तांतरण कार्यक्रम, प्रर्दशिनियों के आयोजन, प्रशिक्षण कार्यक्रमों तथा मत्स्य पालकों से सम्बन्धित समस्त गतिविधियांे आदि का सेवा मे प्रदान करता है।
आइ.टी.एम.यू.
निदेशालय में "संस्थान प्रौद्योगिकी प्रबन्धन ईकाई " सम्पदा अधिकार के मुद्दों पर भा0.कृ0.अनु0.परि0. के दिशा-निर्देशों के बारे मे समय-2 पर जानकारी प्रदान करने के लियें उत्तरदायी है। यह अनुभाग वौद्धिक सम्पदा अधिकार के मुद्दों के बारे में सम्बन्धित वैज्ञानिकों को प्रशिक्षण भी देता है। आइ. टी.एम.यू. प्रत्येक वर्ष 26 अप्रैल को विश्व बौद्धिक सम्पदा दिवस का आयोजन भी करता है। आइ.टी.एम.यू.का गठन निदेशक की अध्यक्षता मेें किया गया है। यह अनुभाग पेटेंट तथा अन्य बौद्धिक सम्पदा अधिकारोें को देखने के साथ-2 विकसित प्रौद्योेगिकियों के सुरक्षित हस्तांतरण को भी देखता है।